सामाजिक धार्मिक सुधार आंदोलन

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सामाजिक धार्मिक सुधार आंदोलन

राजा राम मोहन रॉय –

❖ जन्म – 22 मई 1772 राधानगर (बंगाल)

उपाधि – राजा (मुगल बादशाह अकबर द्वितीय द्वारा)

मृत्यु – कॉलेज ग्रीन इंग्लैंड 27 सितंबर 1835

1814-15 में आत्मीय सभा का गठन किया

1816 में वेदांत सोसाइटी की स्थापना की

1817 ई में हिंदू कॉलेज (कलकता) की स्थापना

1825 में वेदांत कॉलेज की स्थापना

4 दिसंबर 1829 में इनके प्रयास से सती प्रथा के विरुद्ध कानून (विलियम वेंटिक)

पत्र – पत्रिकाएं –

1. संवाद कौमुदी (बंगाल)

2. मिराल-उल-अखबार 

3. प्रीसेप्ट्स आँफ जीसस

4. तुहाकत-उल-मुबाहिदीन

5. वेद उपनिषद का बंगाली भाषा में अनुवाद

राजा राममोहन रॉय को भारतीय पत्रकारिता का अग्रदूत कहा जाता है।

सम्मान नाम –

1. युगदूत

2. भारतीय राष्ट्रवाद के जनक

3. भारतीय राष्ट्रवाद के पैगंबर

4. पूर्व और पश्चिम के मध्य सेतु

5. भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत / मसीहा

6. आधुनिक भारत का जनक

7. नवजागरण का अग्रदूत

8. नवप्रभात का तारा

ब्रह्म समाज –

20 अगस्त 1828 (कोलकाता)

संस्थापक – राजा राममोहन राय

एकेश्वरवादी संस्था और आस्तिकबाद पर बल

उद्देश्य – हिंदू धर्म में सुधार

अवतारवाद, बहुदेववाद, मूर्तिपूजा, कर्मकांड का विरोध

सतीप्रथा, बहुविवाह, बालविवाह, वर्ण व्यवस्था, पर्दा प्रथा का विरोध

1886 ई० में ब्रह्म समाज का विभाजन हो गया

i. आदि ब्रह्मसमाज

ii. नवीन ब्रह्मसमाज

1878 ई० में विभाजन

1. भारतीय ब्रह्म समाज

2. साधारण ब्रह्म समाज

स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) –

❖ जन्म – 12 फरवरी 1824

मृत्यु – सन 1883 – अजमेर में

वास्तविक नाम – मुल शंकर

प्रसिद्ध नाम – स्वामी दयानंद

जन्म स्थान – सौराष्ट्र में

गुरु – स्वामी विरजानंद मथुरा

संस्था – आर्य समाज 1875

नारा – वेदों की ओर लौटा

संज्ञा – उत्तर भारत का मार्टिन लूथर

मूर्तिपूजा, कर्मकांड, अनुष्ठान, बहुदेववाद आदि का विरोध किया।

अस्पृश्यता का विरोध

शूद्र और महिलाओं सहित सभी को वैदिक शिक्षा

प्रमुख पुस्तक – सत्यार्थ प्रकाश

अन्य पुस्तकें – पाखंड खंडन, वेदभाग्य भूमिका, वल्लभाचार्य मत खंडन

सर्वप्रथम स्वराज्य शब्द का प्रयोग

हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलना चाहिए

आर्य समाज (1875) –

स्थापना – 1875 बम्बई

मुख्यालय – लाहौर

संस्थापक – दयानंद सरस्वती

प्राचीन वैदिक धर्म को शुद्ध रूप में पुनः स्थापित करना

पाश्चात्य शिक्षा का विरोध पाश्चात शिक्षा का समर्थन

गुरुकुल (स्वामी श्रद्धानंद दयानंद एंगलो वैदिक

(मुंशीराम) कॉलेज (लाला लाजपतराय)

स्वामी विवेकानंद (1863-1902) –

जन्म – 12 जनवरी 1863

वास्तविक नाम – नरेंद्र नाथ दत्त

आध्यात्मिक गुरु – रामकृष्ण परमहंस

शिष्या – सिस्टर निवेदिता (आयरलैंड)

मृत्यु – 4 जुलाई 1902 वेल्लूर

सुभाष चंद्र बोस ने इन्हें आधुनिक राष्ट्रीय आंदोलन का आध्यात्मिक पिता कहा है।

1893 में शिकागो की धर्म संसद में भाषण दिया तथा अगले 3 वर्षों तक अमेरिका      और इंग्लैंड में रहे।

1894 में वेदांत सोसाइटी (न्यूयॉर्क) बनाई तथा 1896 में भारत आगमन।

1 मई 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना तथा मुख्यालय वेलूर में बनाया।

पत्रिकाएं – प्रबुद्ध भारत, प्रबोधिनी

पुस्तके – ज्ञानयोग, कर्मयोग, राजयोग

रामकृष्ण मिशन –

स्थापना – 1 मई 1897

संस्थापक – स्वामी विवेकानंद

मुख्यालय – वेल्लूर

उद्देश्य – मानवता की सेवा

अनेक चिकित्सालय, अनाथालय, सेवासदन विद्यालय,

     विश्वआश्रम आदि खुलवाएं।

एनी बेसेंट –

आयरिश महिला थी।

1890 में थियोसॉफिकल की सदस्य।

1893 में भारत आगमन

❖ प्राचीन हिंदू धर्म में आस्था

महिला अधिकार का समर्थन

कार्य – 1898 में सेंट्रल हिंदू कॉलेज जिसे 1916 में बनारस हिंदू

     विश्वविद्यालय  कहां गया।

1916 में होमरूल आंदोलन – बाल गंगाधर तिलक

– स्वशासन की मांग

1917 में कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष

पत्रिकाएं – न्यू इंडिया, कॉमनविल

1930 – प्रथम गोलमेज सम्मेलन

मृत्यु – 1933 मद्रास

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