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शैशवावस्था [Infancy] जन्म से 5/6 वर्ष
जन्म से 5 वर्ष “बोलने की अयोग्य अवस्था”
शैशवावस्था
- जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल
- खिलौने की आयु (Toy Age) 2½ से 5 वर्ष
- सीखने का आदर्श काल
- अंताकिंत विचारों की अवस्था
- भविष्य की आधारशिला
Note :- मनुष्य को जो कुछ भी बनना होता है। 4/5 वर्ष में बन
जाता है। (सिगमन फ्रायड)
- शारीरिक विकास की तीव्रता की अवस्था
- मानसिक विकास मे तीव्रता
- दूसरों पर निर्भरता
- कल्पना की सजीवता
- नैतिकता की अवस्था
- सवेगों का तीव्र अनियंत्रित प्रदर्शन
- मूल प्रवृत्तियों पर आधारित प्रदर्शन
- सीखने की प्रक्रिया में तीव्रता
- काम प्रवृत्ति (फ्रायड)।
- आत्म केंद्रित अवस्था
- दोहराने की प्रवृत्ति
- अनुकरण द्वारा सीखने की प्रवृत्ति
- अतार्किक चिंतन की उपस्थिति
- सामाजिक भावना के विकास की शुरुआत
- अजीबो गरीब अवस्था
- संस्कारों के निर्माण की अवस्था
- सीखने का आदर्श काल (वैलेंटाइन)
- सामाजिकता का अभाव
- क्षणिक संवेग की अवस्था
- कल्पना जगत में विचरण का काल
- भावी जीवन की आधारशिला
- खतरनाक काल या अपिली काल (हरलॉक)
- विकास की गति में तीव्रता
- संवेगो की अवस्था (जन्म के समय नहीं)
(केवल उत्तेजना)
- जिज्ञासा प्रबल होती है।
- दोहराने की प्रवृत्ति।
महत्वपूर्ण कथन
- शैस्वास्था सीखने का आदर्श काल है। – वैलेंटाइन
- शीशु शीघ्र ही अपने आसपास की वस्तुओं के संबंध में अपनी जिज्ञासा व्यक्त करने लगता है। – स्टैंग
- शीशु अपने और अपने संसार के बारे में अधिकांश बातें खेल द्वारा सीखता है – क्रो एवं क्रो
- बालक के जन्म के कुछ माह बाद ही यह निश्चित किया जा सकता है। जीवन में उसका क्या स्थान होगा? एडलर
- बालक प्रथम 6 वर्षों के बाद के 12 वर्षों से दुगना सीख लेता है। – गैसेल
- शैस्वावस्था में सीखने की सीमा और तीव्रता किसी भी अवस्था से अधिक होती है (वाटसन)
- 5 वर्ष की अवस्था शरीर व मस्तिष्क के लिए बड़ी ग्रहण शील होती है। (न्युमैन)
- व्यक्ति का जितना भी मानसिक विकास होता है उसका आधा 3 वर्ष की आयु तक होता है – (गुड एन एफ)
- जैसे जैसे शिशु प्रतिदिन, प्रति मास, प्रतिवर्ष बढ़ता है वैसे वैसे उसकी शक्तियां में परिवर्तन होता जाता है (सोरेन्सन)
Q1. विकास —- से ——– की ओर बढ़ता है?
(a) सामान्य से विशिष्ट (General to specific)
(b) जटिल से कठिन (Complex to hard)
(c) विशिष्ट से सामान्य (Specific to general)
(d) साधारण से आसान (Easy to complex)
Q2. निम्न में से कौन सा बाल – विकास का सिद्धांत नहीं है ?
(a) सभी विकास एक क्रम का पालन करते है।
(b) विकास के सभी क्षेत्र महत्वपूर्ण है।
(c) सभी विकास परिपक्वता व अंत:क्रिया का परिणाम होते है।
(d) सभी विकास तथा अधिगम समान गति से आगे बढ़ते है।
Q3. “कोई भी नाराज हो सकता है – यह आसान है परन्तु एक
सही व्यक्ति के ऊपर, सही मात्र में, सही समय में, सही
उद्देश्यों के लिए तथा सही तरीके से नाराज होना, आसान
नहीं है।” यह सम्बंधित है।
(a) सामाजिक विकास से
(b) संज्ञानात्मक विकास से
(c) संवेगात्मक विकास से
(d) शारीरिक विकास
Q4. किसी शिक्षक के लिए वृद्धि और विकास के सिद्धांतों के
बारे में जानना महत्वपूर्ण है, क्योंकि –
(a) यह ज्ञान बच्चों को प्रथक करने में अध्यापक की सहायता करेगा।
(b) शिक्षक अच्छा प्रभाव डालने में समर्थ हो सकेगा।
(c) बच्चों को सीखने के उपयुक्त अवसर प्रदान करने में यह ज्ञान शिक्षक के लिए सहायक होगा।
(d) इससे बाल विकास एक लोकप्रिय पाठ्यक्रम बनेगा (Ctet_paper-I_may’16)
Q5. जब विकास के किसी भी क्षेत्र विशेष में बच्चे की क्षमता
कम है तो –
(a) वह उसके सर्वांगीण विकास को प्रभावित नहीं करता।
(b) इसका अर्थ विकास के किसी क्षेत्र में कोई विलंब नहीं है।
(c) विकास के सभी क्षेत्रो पर उसका प्रभाव पड़ता है।
(d) उसका बच्चों पर कोई प्रभाव —– पड़ता। (Ctet_paper-I_may’16)
Q6. मानव विकास है?
(a) मात्रात्मक (Quantitative)
(b) गुणात्मक (Qualitative)
(c) कुछ सीमा तक अमापनीय
(d) मात्रात्मक और गुणात्मक (Ctet_paper-1_sept’14)
Q7. इनमें से कौन-सा बाल-विकास का सिद्धांत है?
(a) विकास परिपक्वता तथा अनुभव के बीच अन्योन्यक्रिया की वजह से घटित होता है
(b) अनुभव विकास का एकमात्र निर्धारक है
(c) विकास प्रबलन और दंड के द्वारा निर्धारित किया जाता है
(d) विकास प्रत्येक बच्चे की गति का सही ढंग से अनुमान लगा सकता है
Answers :-
1. | {a} |
2. | {d} |
3. | {c} |
4. | {c} |
5. | {a} |
6. | {d} |
7. | {a} |