उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धान्त

व्यवहारवादी –

जनक – वाटसन 1913 अमेरिक   

स्किनर ने आगे बढ़ाया इसलिए मौलिक व्यवहारवादी कहा

गयाथार्नडाइक, CL हल, पावलव, मैक्डुगल, गुथरी, मिलर, पिल्स बरी, वुडवर्थ बोरीग

पुनर्बलन                                               अपुनर्वलन

थार्नडाइक                                              वाटसन

पावलव                                                   गुथरी

CL हल                                                   एस्सेट

स्किनर

मिलर

व्यवहारवादी-

  • वातावरण को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं
  • अनुभव एवं प्रशिक्षण पर बल
  • उद्दीपक अनुक्रिया के मध्य संबंध को महत्व
  • पूनवर्लन को महत्व देते
  • अनुबंधन पर महत्व
  • व्यवहार में वस्तुनिष्ठ व प्रक्षेणी अध्ययन को महत्वपूर्ण मानते हैं

प्रयास व त्रुटि का सिद्धांत

अन्य नाम

  • उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धांत
  • बंध सिद्धांत
  • संबंधवाद का सिद्धांत
  • आवृत्ति का सिद्धांत
  • परीश्रम एवं थे का सिद्धांत
  • हर्ष व दुख का सिद्धांत

प्रदिपादक

  • थार्नडाइक

अमेरिका [पहले शैक्षिक मनोवैज्ञानिक] 1898

  • एनिमल इंटेलिजेंट
  • टालमैन – वैज्ञानिक / संपूर्ण सिद्धांत कहां है
  • बिल्ली पर प्रयोग
  • इस सिद्धांत के अनुसार गलती व अनुभव से सीखते हैं इसे (करो एवं सिखों का नारा दिया)

 मछली का टुकड़ा

इस सिद्धांत का 3 सौपान है

1. विभिन्न अनुक्रिया करना

2. सही अनुक्रिया करना

3. उद्दीपक एवं अनुक्रिया में संबंध

उपयोगिता

(1) मंदबुद्धि बालकों के लिए उपयोगी है

(2) गणित विज्ञान समाजशास्त्र एवं गामक क्रियाओं को
       सिखाने के लिए उपयोगी है

(3) अनुभव से लाभ उठाने की योग्यता का विकास

(4) करके सीखने / क्रमिक सीखने पर बल देता है

(5) अर्जित ज्ञान को उपयोगी बनाता है

आलोचना

  • व्यर्थ अनुक्रिया पर
  • यात्रिक सिद्धांत है
  • प्रतिभाशाली के उपयोगी
  • अंत: दृष्टि का प्रयोग नहीं
  • पश्च दृष्टि

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