मानसिक विकास

 

 

मानसिक विकास

  • मानसिक विकास को संज्ञानात्मक विकास भी कहते है।
  • मानसिक विकास के तत्व संवेदता निरीक्षण प्रत्यक्षीकरण रूची, तर्क, बुद्धि कल्पना चिंतन, निर्णय, ध्यान, सीखना।

अर्थात

  • सामान्य शब्दों में शिशु में मानसिक विकास से तात्पर्य शिशु की समझ से होता है। जन्म के समय शिशु में मानसिक विकास का स्तर करीब-करीब शून्य होता है। जैसे – जैसे उसकी उम्र बढ़ती जाती है तथा उसे नई-नई अनुभूतियाँ होती जाती हैं, उसका मानसिक विकास होता जाता है।
  • विकास से तात्पर्य मानसिक क्षमताओं (mental abilities) के विकास से होता है। इस मानसिक क्षमता में चिंतन करने की क्षमता, तर्क करने की क्षमता, याद रखने की क्षमता, सही-सही प्रत्यक्षणात्मक विभेद (perceptual discrimination) करने की क्षमता आदि सम्मिलित होती है। जब ऐसी क्षमताएँ बालकों में उदित होकर काफी मजबूत हो जाती हैं तो ऐसा कहा जाता है कि उनका मानसिक विकास पूर्ण हो गया है।
  • ‘जेम्स ड्रीभर’ (James Drever, 1984) ने मानसिक विकास (mental development) को परिभाषित करते हुए कहा है, “व्यक्ति के जन्म से परिपक्वता तक की मानसिक क्षमताओं एवं मानसिक कार्यों के उत्तरोत्तर प्रकटन (appearance) एवं संगठन (organisation) की प्रक्रिया को मानसिक विकास कहा जाता है।
  • हरलॉक दो बालक समान मानसिक योग्यता के नही होता
    है।
  • जानलॉक बालक का मन कोरा कागज है। जिस पर वह
    अपने अनुभव लिखता है।
  • मानसिक विकास के वक्र 3

1. 2. 3.

12 वर्ग

लघुगणीकीन वक्र लाक्षणिक वक्र तोरण वक्र

[लगातार विकास] [12 वर्ष के वाप [पहले तेज फिर

मानसिक क्रियाओ कम] मंद]

की गति निरन्तर मानसिक विकास या

उचतर स्तर पर की गति धीमी [पहले मंद

जाती है होने लगती है। फिर तेज]

शेरवावस्था

प्रथम सप्ताह –

दूसरा सप्ताह –

दूसरे माह –

तीसरे माह –

अठवॉ माह –

प्रथम वर्ष –

दितीय वर्ष –

तृतीय वर्ष –

चतुर्थ वर्ष –

पाचवाँ वर्ष –

बाल्यावस्था

क्रो एण्ड क्रो के अनुसार

बालक का लगभग मानसिक

विकास 6 वर्ष तक होता है

6 वे वर्ष –

7 वे वर्ष –

8 वे वर्ष –

9 वे वर्ष –

10 वे वर्ष –

11 वे वर्ष –

12 वे वर्ष –

किशोरावस्था

  1. बालक के विकास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौनसा सत्य है।

[IIGrade-19-02-2019]

  1. विकास की गति बालक और बालिकाओं में एक समान होती है।
  2. विकास सामान्य से विशिष्ट की ओर अग्रसर होता है।
  3. विकास केवल आनुवांशिकी का परिणाम है।
  4. विकास सतत् प्रक्रिया नहीं है।
  5. विकास के संबंध में निम्नलिखित में से कौनसा सार्थक तथ्य है?

[HTET (L-I) 6 Jan., 2019]

  1. यह पूर्वानुमान के अनुसार नहीं होता है।
  2. यह आनुवांशिकी और वातावरण की अन्त:क्रिया का परिणाम है।
  3. सभी व्यक्ति समान दर से विकास करते हैं।
  4. विकास विशिष्ट से सामान्य की ओर अग्रसर होता है।
  5. एक छात्र पढ़ रहा है, उसका नाम लेकर किसी ने बुलाया। निम्न में से किस संवेदना द्वारा वह (छात्र) अपनी अनुक्रिया प्रकट करेगा?

[UPTET (L-I) 18 Nov., 2018]

(a) दृष्टि संवेदना

(b) स्पर्श संवेदना

(c) ध्वनि संवेदना

(d) प्रत्यक्ष संवेदना

  1. किशोरावस्था को ‘तनाव एवं तूफान की अवस्था’ किसने कहा?

[IIGrade-31-10-2018]

(a) वेलेन्टाइन

(b) स्टेनली हॉल

(c) बिग्गी तथा हंट

(d) रॉस

  1. कॉलम – 1 (मनोविज्ञान के स्कूल) और कॉलम – 11(मनोविज्ञानकों के नाम) को सुमेलित कीजिए – [II Grade-28-10-2018]
कॉलम-I कॉलम-II
A. मनोविश्लेषण 1. वाटसन
B. व्यवहारवाद 2. लेव वाइगोत्स्की
C गेस्टाल्टवाद (समग्रता) 3. सिग्मण्ड फ्रायड
D. निर्मितिवाद 4. मेक्स वर्दीमर
कूट – A B C D
(a) 2 3 1 4
(b) 4 3 2 1
(c) 3 1 4 2
(d) 3 4 2 1
  1. संज्ञान और संवेग के बारे में निम्नलिखित कथनों में से कौनसा कथन सही है?

[CTET (L-II) 18 Sep., 2016]

  1. संज्ञान और संवेग एक-दूसरे से स्वतंत्र प्रक्रियाएँ हैं।
  2. संज्ञान और संवेग परस्पर जुड़े हैं और एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं।
  3. संज्ञान, संवेगों को प्रभावित करता है, किन्तु संवेग, संज्ञान को प्रभावित नहीं करता है।
  4. संवेग, संज्ञान को प्रभावित करते हैं किन्तु संज्ञान, संवेगों को प्रभावित नहीं करता है।
  5. निम्नलिखित में से कौनसा कारक मानसिक वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

[HTET (L-II) 2015]

(a) सीखना

(b) परिपक्वन

(c) सीखना तथा परिपक्वन दोनों

(d) सामाजिक मानदण्ड

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