हिमालय की पर्वत चौटियां

माउंट एवरेस्ट – स्थिति – नेपाल-चीन ऊंचाई – 8848 m / 8850 m विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को नेपाल – सागरमाथा चोमोलूंगमा – तिब्बत (पर्वतों की रानी) बछेंद्रीपाल – पहली भारतीय महिला जो एवरेस्ट पर चढ़ी (1984) K2 गॉडविल ऑस्टिन – स्थिति – काराकोरम J/K POK ऊंचाई – 8611 विश्व की दूसरी … Read more

हिमालय का प्रादेशिक विभाजन

हिमालय का प्रादेशिक विभाजन – सिडनी बूराड़ नामक भूगर्भ शास्त्री हिमालय का वर्गीकरण नदी घाटियों के आधार पर किया इन्होंने हिमालय की पश्चिम सीमा सिंधु व पूर्वी सीमा ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय का प्रादेशिक विभाजन – पंजाब हिमालय – सिंधु सतलज नदियों के बीच – 560km कुमायूं हिमालय – सतलज व काली नदी के मध्य – … Read more

भारत के द्वीपीय प्रदेश

भारत के द्वीपीय प्रदेश –

  • भारत के द्वीपों का निर्माण ज्वालामुखी क्रिया, प्रवाल भित्ति, मूंगे की चट्टान नदियों द्वारा लाई गई मिट्टी एवं प्लेट विवर्तनिकी कारणों से हुआ है।
  • भारत के द्वीपों की कुल संख्या 247 है। जिसमें से

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तटीय प्रदेश

पश्चिम तटीय प्रदेश पश्चिम तटीय प्रदेश पूर्वी तटीय प्रदेश पश्चिमी तटीय प्रदेश अधिक कटे-फटे हैं इसलिए मछली पालन हेतु उपयुक्त हैं एवं बंदरगाहों के निर्माण हेतु उपयुक्त हैं। पूर्वी तटीय प्रदेश कम कटे-फटे हैं इसलिए बंदरगाह निर्माण व मछली पालन हेतु अधिक उपयुक्त नहीं है। यह कम चौड़े हैं इनकी औसत चौड़ाई 30-50 km है। … Read more

भारत का भूगोल (मैदान)

मैदानी प्रदेश – सतलज-यमुना-गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदानी प्रदेश – यह मैदानी प्रदेश सतलज, यमुना, गंगा, ब्रह्मपुत्र एवं इसकी सहायक नदियों के प्रवाहित क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां इन नदियों द्वारा कंकड़-पत्थर, मिट्टी इत्यादि से अनेक उपजाऊ मैदानी भागों एवं स्थलाकृतियों का निर्माण किया है। भौतिक विभाजन के दृष्टिकोण से इस मैदानी प्रदेश को 6 भागों … Read more

भारत का भूगोल (पहाड़ियां)

भारत का भूगोल (पहाड़ियां) इसका विस्तार ताप्ती नदी से कार्डेमम पहाड़ी यह घाट कम कटा-फटा है। इसकी ऊंचाई उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर जाने के साथ-साथ लगातार बढ़ती जाती है। 16 उत्तरी अक्षांश के द्वारा सहयाद्री पर्वत को दो भागों में बांटा जा सकता है – उत्तर सहयाद्री, दक्षिणी-सहयाद्री उत्तरी सहयाद्री की प्रमुख पर्वत … Read more