भारत के पठार
Q1. ‘परचा बावड़ी’ किस जगह स्थित है? (a) कोटा (b) पाली (c) रामदेवरा (d) बाड़मेर Show Answer (c) रामदेवरा Q2. बूंदी की फूलसागर झील का निर्माण किसने करवाया था? (a) रानी फूलकँवर (b) रानी पद्मावती (c) रानी कंवर (d) रानी फूललता Show Answer (d) रानी फूललता Q3. मानसागर झील कहाँ स्थित है? (a) गोगुंदा की … Read more
राजस्थान की नदियों के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Q1. निम्नलिखित में से कौन सी झीलें सिंचाई के काम में ली जाती हैं – (a) पिछोला और आनासागर (b) कोलायत और पुष्कर (c) जयसमन्द और राजसमन्द (d) पचपदरा और सिलिसेढ़ Show Answer (c) जयसमन्द और राजसमन्द Q2. कौनसी नदी अजमेर जिले की है? (a) सोम (b) साबरमती (c) लूनी (d) … Read more
माउंट एवरेस्ट – स्थिति – नेपाल-चीन ऊंचाई – 8848 m / 8850 m विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को नेपाल – सागरमाथा चोमोलूंगमा – तिब्बत (पर्वतों की रानी) बछेंद्रीपाल – पहली भारतीय महिला जो एवरेस्ट पर चढ़ी (1984) K2 गॉडविल ऑस्टिन – स्थिति – काराकोरम J/K POK ऊंचाई – 8611 विश्व की दूसरी … Read more
हिमालय का प्रादेशिक विभाजन – सिडनी बूराड़ नामक भूगर्भ शास्त्री हिमालय का वर्गीकरण नदी घाटियों के आधार पर किया इन्होंने हिमालय की पश्चिम सीमा सिंधु व पूर्वी सीमा ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय का प्रादेशिक विभाजन – पंजाब हिमालय – सिंधु सतलज नदियों के बीच – 560km कुमायूं हिमालय – सतलज व काली नदी के मध्य – … Read more
भारत के द्वीपीय प्रदेश –
पश्चिम तटीय प्रदेश पश्चिम तटीय प्रदेश पूर्वी तटीय प्रदेश पश्चिमी तटीय प्रदेश अधिक कटे-फटे हैं इसलिए मछली पालन हेतु उपयुक्त हैं एवं बंदरगाहों के निर्माण हेतु उपयुक्त हैं। पूर्वी तटीय प्रदेश कम कटे-फटे हैं इसलिए बंदरगाह निर्माण व मछली पालन हेतु अधिक उपयुक्त नहीं है। यह कम चौड़े हैं इनकी औसत चौड़ाई 30-50 km है। … Read more
मैदानी प्रदेश – सतलज-यमुना-गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदानी प्रदेश – यह मैदानी प्रदेश सतलज, यमुना, गंगा, ब्रह्मपुत्र एवं इसकी सहायक नदियों के प्रवाहित क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां इन नदियों द्वारा कंकड़-पत्थर, मिट्टी इत्यादि से अनेक उपजाऊ मैदानी भागों एवं स्थलाकृतियों का निर्माण किया है। भौतिक विभाजन के दृष्टिकोण से इस मैदानी प्रदेश को 6 भागों … Read more
भारत का भूगोल (पहाड़ियां) इसका विस्तार ताप्ती नदी से कार्डेमम पहाड़ी यह घाट कम कटा-फटा है। इसकी ऊंचाई उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर जाने के साथ-साथ लगातार बढ़ती जाती है। 16 उत्तरी अक्षांश के द्वारा सहयाद्री पर्वत को दो भागों में बांटा जा सकता है – उत्तर सहयाद्री, दक्षिणी-सहयाद्री उत्तरी सहयाद्री की प्रमुख पर्वत … Read more