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11. बांगड़सर लिफ्ट नहर इन्दिरा गांधी परियोजना की सबसे छोटी लिफ्ट नहर है। इसे और किस नाम से जाना जाता है?
- डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर
- पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर
- कंवरसेन लिफ्ट नहर
- वीर तेजाजी लिफ्ट नहर
व्याख्या (4)- इंदिरा गांधी नदी परियोजना की सबसे छोटी लिफ्ट बागड़सर या वीर तेजाजी लिफ्ट नहर है। इंदिरा गांधी नदी परियोजना में वर्तमान में 7 लिफ्ट नहर कार्यरत हैं तथा 8वीं तथा 9वीं लिफ्ट नहर निर्माणाधीन है।
12. इन्दिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में पशुपालन विभाग द्वारा सेवण घास के संरक्षण तथा हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कार्यक्रम संचालित है?
- गोल्डन ग्रास प्रोजेक्ट)
- ऑपरेशन ग्रास अभियान
- गोल्डन डेयरी योजन.
- पशुपालन संरक्षण प्रोजेक्ट
व्याख्या (1)- राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा राज्य के रेगिस्तानी क्षेत्र में पैदा होने वाली सेवण घास के संरक्षण एवं हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु गोल्डन ग्रास प्रोजेक्ट संचालित है।
13. माही परियोजना का नामकरण किस स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर किया गया है ?
- जमुना देवी बजाज
- जमना लाल बजाज
- घनश्याम दास बजाज
- राम नारायण बजाज
व्याख्या (2)- माही बजाज सागर परियोजना राजस्थान एवं गुजरात की संयक्त परियोजना है। इसमें राजस्थान का हिस्सा 45 प्रतिशत है। इस परियोजना का नामकरण राज्य के स्वतंत्रता सेनानी जमना लाल बजाज के नाम पर किया गया है। माही नदी पर बांसवाड़ा में माही बजाज सागर बांध तथा गुजरात में कड़ावा बांध बनाया गया है। इसका सर्वाधिक लाभ बांसवाड़ा को प्राप्त हो रहा है।
14. डन्दिरा गाँधी नहर के योजनाकार, जिन्हें पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया, वह कौन हैं?
- एम.वी. माथुर
- प्रमोद करण
- कँवरसेन
- सीताराम
व्याख्या (1)- डॉ. कँवरसेन इंदिरा गांधी नदी परियोजना के इंजीनियर थे। जिन्होंने राज्य में नहर लाने के लिए सुनियोजित योजना तैयार की थी। पंजाब की सतलज-व्यास नदियों के पानी का उपयोग करने के लिए हरिके बाँध से नदी निकालकर इंदिरा गांधी नहर तक पहुंचाया, जिसका श्रेय डॉ. कँवरसेन का जाता है। 1956 में उन्हें केन्द्र सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया।
15. निम्न में से किस योजना का परिवर्तित नाम चौधरी कुंभाराम योजना है?
- साहवा योजना
- फलौदी योजना
- कोलायत योजना
- बांगड़सर योजना
व्याख्या (1)- गंधेली-साहवा लिफ्ट नहर का नाम परिवर्तित कर चौधरी कुम्भाराम लिफ्ट नहर कर दिया गया है। मुख्य नहर से 7 लिफ्ट नहरें निकाली गई हैं। इससे लाभान्वित जिले हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर एवं झंझनें हैं। यह परियोजना जर्मनी की सहायता से संचालित हई।