विलियम मेक्डुगल 1908

मेक्डुगल 1908

वृतात्मक / मूलप्रवृत्ति / हारमिक सिद्धांत

  • मूल प्रवृत्तियां मानव व्यवहार का चालक
  • मूल प्रवृत्ति जन्मजात है।
  • मूल प्रवृत्ति नष्ट नहीं होती / संशोधन होता है।

तीन पक्ष

1. ज्ञानात्मक            2. भावात्मक           3.क्रियात्मक

लिंग का प्रभाव

क्र.सं.संबंधित संवेग (Related Emotion)मूल प्रवृत्ति (Instinet)
 1भय/ डर (Fear)पलायन/ भागना (Escape)
 2क्रोध (Anger)युयुत्सा/युद्धप्रियता (Combat)
 3घृणा (Disgust)प्रतिकर्षण (Repulsion)
 4आश्चर्य (Wander)जिज्ञासा (Curiosity)
 5वात्सल्य स्नेह (Tender emation, Love)शिशुरक्षा (Parental)
 6कष्ट (Disress)शरणागति (Appeal)
 7सृजनात्मकता की भावना (Feeling of Creativenes)रचनात्मकता (Construction)
 8स्वामित्व की भावना (Ownaship)संचय प्रवृत्ति (Acquisition)
 9अकेलापन (Loneliness)सामूहिकता (Gregariousness)
 10कामुकता (Lus)काम (Sex/Mating)
 11श्रेष्ठता की भावना (Positive Self-feeling)आत्मगौरव (Self-assertion)
 12आत्महीनता (Negative Self-feeling)दैन्य (Submission)
 13भूख (Appetite)भोजनान्वेषण (Food-seeking) 
 14आमोद (Amusement)ह्रास (Laughter)

संवेगो पर नियंत्रण

  1. दमन / शमन
  2. मानसिक व्यस्तता
  3. अभिमान (सुखात्मक) घमंड
  4. उदात्तीकरण
  5. संवेगात्मक रेचन।       cathrasis

प्रभावित करने वाले कारक

  • परिवार
  • विद्यालय (सर्वाधिक बल जरशील्ड ने दिया)
  • थकान
  • शारीरिक / मानसिक स्वास्थ्य
  • परिपक्वता (गुड एन एफ, जोन्स)
  • अधिगम
  • लिंग का प्रभाव

संवेगात्मक समस्याएं

  • पलायन
  • हकलाना / तुतलाना [संवेगो का तेज प्रवाह]
  • बिस्तर गिला करना
  • शर्मिला पन
  • Left hand (वाम हतता)
  • अँगुठा / नॉखुन चूसना।

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