अगर आप प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हो तो आप लोगों को जरूर पढ़ने चाहिए यह Top 50 Vividh Prachin Bharat Ka Itihaas Ke Questions and Answers 2022 जिसमें आप लोगों की परीक्षा को सफल बनाने की जड़ी बूटी मिलाई गयी है। मेरे कहने का मतलब यह है कि यहां पर जो विविध प्राचीन भारत का इतिहास के प्रश्न उत्तर दिए गए है उनको याद करके आप अपनी प्रतियोगिता परीक्षा को आसानी से पास कर सकते हो। तो देर किस बात की है निचे दिए गए Top 50 Vividh Prachin Bharat Ka Itihaas Ke Questions and Answers को अच्छे से याद कर लो।
Contents
1. तुर्कों ने पूर्वी रोमन (बाइजेन्टाइन) साम्राज्य की राजधानी “कुस्तुनतुनिया’ पर कब अधिकार किया?
- 1433 ईस्वी
- 1453 ईस्वी
- 1473 ईस्वी
- 1493 ईस्वी
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2. चोल काल के उत्तरमेरूर सभा के निर्वाचन के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
- ग्राम 30 उपखंडों (वार्ड) में बंटा हुआ था।
- प्रत्येक उपखंड से दो प्रतिनिधि चुने जाते थे।
- उम्मीदवारों की उम्र 35 से 70 वर्ष के बीच होती थी।
- उनके पास कुछ शैक्षिक योग्यता और अचल संपत्ति का होना अनिवार्य था।
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3. नालंदा विश्वविद्यालय किस लिए विश्व प्रसिद्ध था? ..
- चिकित्सा विज्ञान
- तर्कशास्त्र
- बौद्धधर्म दर्शन
- रसायन विज्ञान
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4. आधुनिक मानव के हाल का पूर्वज है?
- जावा मनुष्य
- क्रो-मैग्नन मनुष्य
- नियंडरथल मनुष्य
- पेकिंग मानुष
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5. ‘इतिहास के पिता’की पदवी सही अर्थों में किससे सम्बन्धित है?
- हेरोडोट्स
- यूरीपिडिज
- थ्यूसीडाइडिस
- सुकरात
व्याख्याः हिरोडोटस, यूनान का प्रथम इतिहासकार एवं भूगोलवेत्ता था। हेरोडोटस का संस्कृत नाम हरिदत्त था वह वास्तव मे एक मेड था। इसी कारण उसने लगातार आर्यों के मेड इतिहास पर अपनी नज़र बनाये रखी थी।
6. ‘स्वप्न वासवदत्ता’ के लेखक हैं?
- कालिदास
- भास
- भवभूति
- राजशेखर
व्याख्या: स्वप्नवासवदत्ता महकवि भास की समस्त नाट्यकृतियों में स्वप्नवासवदत्तम् सर्वोत्तम नाटक माना गया है।
7. न्यूमिसमेटिक्स (Numismatics) क्या है?
- प्राचीन पांडुलिपियों का अध्ययन
- सिक्कों व धातुओं का अध्ययन
- ताल पत्रों का अध्ययन
- ताम्र पत्रों का अध्ययन
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8. प्राचीन भारत में कौन-सी एक लिपि दाईं ओर से बाईं ओर लिखी जाती थी?
- ब्राह्मी
- नंदनागरी
- शारदा
- खरोष्ठी
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9. ‘मालती माधव’ के लेखक थे?
- भास
- भवभूति
- शूद्रक
- हर्ष
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10. विक्रम संवत् प्रारम्भ हुआ?
- (58 ई. पू.
- 78 ई.
- 57 ई. पू.
- 73 ई. पू.
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